ग्रहों की स्थिति-दो महत्वपूर्ण और सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। पहला राहु-केतु का गृह परिवर्तन और दूसरा बुध का कन्या राशि से तुला राशि में जाना। ये दोनों सकारात्मक बदलाव हैं। मंगल मेष राशि में हैं। राहु वृषभ राशि में आ गए हैं। शुक्र कर्क, शुक्र कन्या, बुध तुला, चंद्रमा और केतु वृश्चिक राशि में हैं। धनु राशि में गुरु और शनि मकर राशि में हैं। इसमें मंगल और शनि अभी भी वक्री गति से चल रहे हैं जो जनमानस के लिए ठीक नहीं है। राहु के गृह परिवर्तन को लेकर बड़ी चर्चा है। केतु की उतनी चर्चा नहीं होती जबकि ये दोनों ग्रह युग्म ग्रह हैं आमने-सामने होते हैं। सबसे ज्यादा संतुलित ये दोनों ग्रह हैं। इनको छाया ग्रह कहा गया है। मतलब जहां जाएंगे उसके गुण-दोष ले लेंगे। जिस घर में रहेंगे उसकी विशेषता को अपने में समाहित कर लेंगे। ये एक उत्प्रेरक की तरह काम करते हैं। बहुत घबड़ाने या खुश होने की आवश्यकता नहीं है।